बी.एड. क्या है, बी.एड. कैसे करें?
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बी.एड. क्या है, बी.एड. कैसे करें? (B.Ed. kya hai, B.Ed. kaise Kare)- अपने भविष्य की चिंता किसे नहीं होती। हर कोई यह सोचता है की वह अपनी पढाई करने के बाद एक अच्छी नौकरी प्राप्त करे। हर व्यक्ति अपनी रूचि के अनुसार अपने करियर को आकार देता है। ऐसे मैं यदि आपके अंदर यह कला है की आप दूसरों को ज्ञान दे पाएं, आप बच्चों को उनके विषय बेहतर तरीके से समझा पाएं, और ऐसा करने में आपको ख़ुशी मिलती हो तो बी.एड. कोर्स का निर्माण आप जैसे ही व्यक्ति के के लिए हुआ है। शिक्षक (Teachers) भी राष्ट्र के भविष्य निर्माता हैं। वह देश-दुनिया के लिए आने वाली पीढ़ी को तैयार करते हैं, जिससे वह आने वाले समय में अपने देश को आगे बढ़ाने में सहायता कर सकें।
बी.एड. की पूरी जानकारी हिंदी में
B.Ed. ki poori jankari Hindi me
यदि आप भी शिक्षक (Teacher) बनने का सपना संजो रहे हैं तो बी.एड. कोर्स आपके लिए एकदम उपयुक्त है। क्योंकि शिक्षक बनने के लिए बी.एड. (B.Ed.) होना अनिवार्य है। ऐसे में आपके मन में बहुत सवाल उठ रहे होंगे कि बी.एड. क्या है ? बी.एड. कैसे करें ? बी.एड. के लिए क्या योग्यता है आदि। इन सभी सवालों के जवाब इस पोस्ट को पढ़ने के बाद मिलेंगे।
बी.एड. क्या है? (B.Ed Kya Hai, B.Ed Kaise Karein)
बी.एड. एक अंडर ग्रेजुएट प्रोफेशनल डिग्री है जो विद्यार्थियों को वियालयों में शिक्षक के रूप में करियर बनाने के लिए की जाती है। शिक्षक बनने के लिए बी.एड. डिग्री का होना आवश्यक है। यदि आप शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपको स्नातक परीक्षा के बाद अपने प्रमुख विषय के साथ बी.एड. की डिग्री प्राप्त करना अनिवार्य है। कक्षा 6 से कक्षा 10 एवं कक्षा 11 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए बी.एड. होना आवश्यक है।
बी.एड. का पूरा नाम क्या है? (Full form of B.Ed.)
बैचलर ऑफ़ एजुकेशन (Bachelor of Education)
बी.एड. के लिए शैक्षिक योग्यता क्या है ? (Eligibility for B.Ed.)
बी.एड. करने के लिए सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय (University) से 50 प्रतिशत अंको के साथ विज्ञान, कला अथवा वाणिज्य विषयों के साथ स्नातक (Under Graduate in B.Sc., B.A. or B.Com.) परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। स्नातकोत्तर (Post Graduate) परीक्षा में 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के पश्चात भी बी.एड. (B.Ed.) किया जा सकता है। अंको का प्रतिशत विभिन्न विश्वविद्यालयों (Universities) के दिशानिर्देशों (Guidelines) के अनुसार अलग अलग हो सकता है। कुछ विश्वविद्यालयों में यह 55 प्रतिशत भी हो सकता है।
बी.एड. में एडमिशन कैसे होता है ? (How to get Admission in B.Ed.?)
बी.एड. करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा एक प्रवेश परीक्षा (B.Ed. Entrance Exam) का आयोजन किया जाता है। इस परीक्षा में मेरिट के आधार पर छात्रों का एडमिशन किया जाता है।
स्नातक परीक्षा (B.A./B.Sc./B.Com) में 50 प्रतिशत (जो भी विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित किया गया हो) के पश्चात बी.एड. प्रवेश परीक्षा (B.Ed. Entrance Exam) में सम्मिलित हुआ जा सकता है।

बी.एड. कितने साल का कोर्स है ? (B.Ed. Course Duration)
बी.एड. दो साल (2 years) का कोर्स है।
बी.एड. की फीस कितनी है ? (B.Ed. Fees)
बी.एड. कोर्स की फीस विश्वविद्यालयों द्वारा निर्धारित की जाती है। सरकारी कॉलेज (Government College) की फीस प्राइवेट कॉलेज से काफी कम होती है। प्राइवेट कॉलेज (Private College) एवं प्राइवेट विश्वविद्यालयों (Private Universities) में बी.एड. की औसतन फीस 50,000/- रूपये वार्षिक से लेकर 100,000/- रूपये वार्षिक तक है।
बी.एड. के विषय कौन-कौन से हैं? (B.Ed. Subjects)
स्नातक में जिस विषय में अपने पढाई की है, बी.एड. में भी आपको उसी विषय का चयन करना होता है। उदहारण के लिए यदि आप गणित (Maths) के अध्यापक बनना चाहते हैं तो यह आवश्यक है की आपने स्नातक गणित (Maths) विषय के साथ उत्तीर्ण की हो। बी.एड. में भी आप गणित विषय लेकर उस विषय को पढ़ाने की विशेषज्ञता हासिल करते हैं। यह विषय हर विद्यार्थी का अलग अलग हो सकता है।
आपके अपने विषय के अलावा कुछ ऐसे विषय विषय होते हैं विद्यार्थी की शिक्षण प्रक्रिया को मजबूत बनाते हैं। यह विषय एक शिक्षक को यह सिखाते हैं कि बच्चों को कैसे पढ़ाना है। इनमे शिक्षा, संस्कृति एवं मानव मूल्य, शैक्षिक मनोविज्ञान, मूल्यांकन एवं आकलन एवं शिक्षा दर्शन आदि प्रमुख हैं।
बी.एड. करने से क्या फायदा है ? (What is the benefit of B.Ed.)
- सरकारी विद्यालयों (Government Schools) में अध्यापक की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
- प्राइवेट विद्यालयों (Private Schools) में अध्यापक की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
- कोचिंग सेंटर (Coaching Center) में भी पढ़ा सकते हैं।
- प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (TGT-Trained Graduate Teacher) की नौकरी भी प्राप्त कर सकते हैं।
- अपना कोचिंग सेंटर (Coaching Center) भी खोल सकते हैं।
- अपना स्कूल भी खोल सकते हैं
- मास्टर ऑफ़ एजुकेशन (M.Ed. Master of Education) करने के बाद बी.एड. को पढ़ाने वाले शिक्षक भी बन सकते हैं
बी.एड. के बाद नौकरी कैसे मिलती है (Job after B.Ed.)?
बी.एड. करने के बाद विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (TET-Teacher Eligibility Test) या केंद्र सरकार द्वारा आयोजित केंद्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा (CTET- Central Teacher Eligibility Test) में उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए आवश्यक न्यूनतम अंक प्राप्त करना आवश्यक है। उसके पश्चात जब भी राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार द्वारा शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया (Teacher’s Recruitment Process) की जाती है तो अभ्यर्थियों को उसमे आवेदन करना होता है।
बी.एड. कहाँ से करें:
विभिन्न राज्य विश्वविद्यालयों (State Universities) द्वारा मान्यता प्राप्त सरकारी (Government College) एवं प्राइवेट कॉलेज (Private College) से बी.एड. किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्राइवेट विश्वविद्यालयों (Private Universities) से भी बी.एड. किया जा सकता है। इन कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों (Universities) में नियमित रूप से बी.एड. की कक्षाओं का आयोजन किया जाता है। यह रेगुलर बी.एड. (Regular B.Ed.) कहलाता है।
इसके अतिरिक्त बी.एड. दूरस्थ शिक्षा (B.Ed. in Distance Education) के माध्यम से भी किया जा सकता है। सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कुछ विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा (Distance Education) के माध्यम से भी बी.एड. करवाते हैं।
दोस्तों उम्मीद है इस पोस्ट “बी.एड. क्या है, बी.एड. कैसे करें? (B.Ed. kya hai, B.Ed. kaise Kare)” के माध्यम से आपको बी.एड. कोर्स की पूरी जानकारी मिली होगी। यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अन्य व्यक्तियों तक भी शेयर करें।
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