स्कूल टीचर कैसे बनें?
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“स्कूल टीचर कैसे बनें (School Teacher kaise bane)”: अध्यापक का पद हमारे समाज का एक बहुत ही प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण पद है। यह सिर्फ एक पद ही नहीं है। यह बच्चों के भविष्य को आकर देने का एक जज्बा, एक जूनून है।
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संत कबीरदास जी ने गुरु की महिमा का वर्णन बहुत ही खूबसूरत शब्दों में किया है:
गुरु गोविन्द दोऊ खड़े, काको लागूं पायं।
बलिहारी गुरु आपने, गोविन्द दियो बताय।।
अर्थ: यदि आपके सम्मुख गुरु और गोविन्द दोनों खड़े हों, तो पहले किसको प्रणाम करना चाहिए – गुरु को अथवा गोविन्द को। इस प्रकार की स्थिति में पहले गुरु को ही प्रणाम करना उचित है। गुरु की कृपा से ही हमें गोविन्द तक जाने का मार्ग प्राप्त हुआ।
गुरु की कृपा से ही ईश्वर की प्राप्ति होती है।
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अध्यापक का स्थान बहुत ही ऊँचा होता है। एक अध्यापक ही समाज को दिशा देता है। वह अध्यापक ही है जो उन बच्चों को ऊँगली पकड़कर लिखना सिखाता है जो भविष्य में महान वैज्ञानिक, लेखक, डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक आदि के रूप में समाज की सेवा करते हैं।
School Teacher बनने की पूरी जानकारी
HOW TO BECOME A SCHOOL TEACHER IN HINDI
यदि आपके अंदर भी वह जज्बा है जिससे आप आने वाली पीढ़ी को ज्ञान अर्पण कर सकते हैं। यदि आप भी बच्चों को पढ़ाकर आंतरिक सुख का अनुभव करते हैं। यदि आप भी अध्यापक बनने का सपना और जूनून रखते हैं। तो हम आपको बताएँगे की आप अध्यापक बनने के लिए क्या करें। बहुत विद्यार्थी अध्यापक बनना चाहते हैं परन्तु सही जानकारी न होने के कारन वह दिशा से भटक जाते हैं तथा अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाते।
इस लेख में आपको अध्यापक बनने से सम्बंधित सभी सवालों जैसे School Teacher Kaise Bane, Teacher banne ke liye kya kare, Teacher banne ke liye kaun sa course kare, Sarkari school me teacher kaise bane आदि के उत्तर मिलेंगे। हमें उम्मीद है की इस लेख को पढ़ने के बाद आप अध्यापक बनने के लिए आवश्यक जानकारी प्राप्त कर लेंगे।
10th के बाद सही विषय का चुनाव करें (Choose right subject after 10th):
विद्यार्थी के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पल वह होता है जब वह 10th की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेता है। क्योंकि 10th के बाद ही विद्यार्थी के जीवन में उसका करियर आकर लेने लगता है। 10th के बाद विषय का चुनाव सोच समझकर करना चाहिए। उस समय Parents के लिए यह जानना आवश्यक है की उनके बच्चे की रूचि किस क्षेत्र मैं है। ऐसा कौन सा क्षेत्र है जिसे उनका बच्चा ख़ुशी-ख़ुशी पढ़ता है। जैसे यदि कोई गणित (Maths) विषय में बहुत अच्छा है, उसे 11th में भी गणित (Maths) विषय ही लेना चाहिए। लेकिन यदि कोई विद्यार्थी गणित (Maths) विषय में बिलकुल भी रूचि नहीं रखता है और उसे गणित (Maths) करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। तो उसे गणित (Maths) विषय बिलकुल भी नहीं लेना चाहिए। क्योंकि वह आगे चलकर इसमें कामयाब नहीं हो सकता।
12th की परीक्षा अपने विषय के साथ उत्तीर्ण करें (Pass 12th with your Subject):
आपको 12th Class में अपने विषय को अच्छे अंकों से पास करना होगा। हर विद्यार्थी का कोई न कोई विषय ऐसा अवश्य होता है जिसे पढ़ने में उसे बहुत आनंद आता है। उस विषय पर उसकी बहुत गहरी पकड़ होती है। विद्यार्थी को यह जानना आवश्यक है कि ऐसा कौन सा विषय है। क्योंकि वही विषय आगे चलकर उसे अपना Career बनाने में सहायता करता है। जैसे यदि किसी व्यक्ति की रूचि Commerce में है और उसे Commerce की बारीकियां सीखने में अच्छा लगता है तो उसे Commerce विषय में ही अपना Career बनाना चाहिए।
HOW TO BECOME A GOVERNMENT SCHOOL TEACHER IN HINDI
अपने विषय के साथ Gradation करें (Complete Graduation with your main Subject):
12th के बाद हर विद्यार्थी अपने करियर को लेकर चिंतित हो जाता है। 12th करने के बाद जिस Subject में आपकी रूचि है, उसमे ही Graduation करें। दूसरों को देखकर विषयों का चुनाव बिलकुल भी न करें। कुछ विद्यार्थी यह सोचकर विषय का चुनाव करते हैं क्योंकि उनके दोस्तों ने वह विषय लिया है। कुछ यह सोचकर विषय का चुनाव करते हैं कि बहुत से विद्यार्थी इस विषय को ले रहे हैं। ऐसा बिलकुल भी न करें। उस विषय का चुनाव करें जिसमें आपकी रूचि हो। क्योंकि इस समय आपका एक गलत कदम आपके भविष्य को गलत दिशा में ले जा सकता है।
अपने मुख्य विषय पर ध्यान दें (Focus on your main Subject):
जिस विषय के आप अध्यापक बनना चाहते हैं, उस विषय को आपको मजबूत करना होगा। उस विषय पर आपकी अच्छी जानकारी होनी चाहिए। क्योंकि यदि आपको ही जानकारी नहीं होगी तो आप आगे बच्चों को भी नहीं पढ़ा पाएंगे। इसलिए अपने विषय को अच्छी तरह से पढ़िए। जिससे आप उस विषय के विशेषज्ञ बन जाएं। जैसे यदि आप Physics के अध्यापक बनना चाहते हैं तो आपको अपना Physics विषय मजबूत करना होगा।
PRIMARY SCHOOL TEACHER KAISE BANE
अध्यापक प्रशिक्षण का कोर्स करें (Teacher Training Course):
अध्यापक बनने के लिए Teaching की Training करना आवश्यक है। इसके लिए सरकार द्वारा निर्धारित कुछ कोर्स करने पड़ते हैं। जो आपको यह सिखाते हैं कि बच्चों को कैसे पढ़ाया जाता है?, किस प्रकार बच्चों का पाठ्यक्रम बनाया जाता है? बच्चों का मूल्यांकन कैसे किया जाता है? किस प्रकार बच्चों के व्यक्तित्व का विकास किया जाता है ? विभिन्न उम्र के बच्चों में किस प्रकार सीखने की क्षमता के अनुसार पढ़ाया जाता है आदि। इसके लिए निम्नलिखित प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं:
- D.El.Ed. (Diploma in Elementary Education): जो अभ्यर्थी प्राइमरी स्कूल के शिक्षक (Primary School Teacher) के रूप में अपना भविष्य बनांना चाहते हैं, उनके लिए यह एक उचित कोर्स है। यह एक दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स है। जो 12th के बाद किया जाता है। यह प्राइमरी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए किया जाता है। इस Course में दो वर्ष (Two years) में 4 सेमेस्टर (4 Semester) होते हैं।
- B.Ed.(Bachelor of Education): यह एक दो वर्षीय Graduate Professional Degree है। यह Graduation के बाद किया जाने वाला शिक्षक ट्रेनिंग कोर्स है। जो अभ्यर्थियों को स्कूल में पढ़ाने के लिए तैयार करता है। यह Middle School Teacher, Secondary School Teacher तथा Senior Secondary School Teacher बनने के लिए किया जाता है।
TET/ CTET की परीक्षा पास करें (Pass TET/CTET Exam):
D.El.Ed. तथा B.Ed. करने के बाद TET (Teachers Eligibility Test) / CTET (Central Teacher Eligibility Test) परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। किसी भी राज्य में Government School Teacher बनने के लिए आपको उस राज्य का TET टेस्ट पास करना अनिवार्य है। CTET टेस्ट पास करने के बाद आप सभी राज्यों में Government School Teacher बनने के योग्य हो जाते हैं। CTET पास करने के बाद विभिन्न केंद्रीय संगठनों जैसे केंद्रीय विद्यालय तथा नवोदय विद्यालयों में भी School Teacher बन सकते हैं।
स्कूल टीचर कैसे बनें:
- इन सबके बाद आप Government School में Teacher बनने के पात्र हो जाते हैं। अब जब भी State Government या Center Government के अधीन स्कूल में अध्यापकों की भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की जाएगी तो आप उसमे आवेदन के पात्र होंगे।
- आप विभिन्न राज्यों में School Teacher बनने के साथ साथ विभिन्न केंद्रीय शिक्षा संगठनों जैसे – Navodaya Vidyalaya, Kendriya Vidyalaya आदि में स्कूल टीचर बन सकते हैं। आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का चयन Teacher Recruitment Test, 12th Marks, Graduation Marks, B.Ed. / D.El.Ed. Marks and TET / CTET के प्राप्तांक के आधार पर जारी मेरिट सूची के आधार पर किया जाता है।
- इसके बाद आपको Private Sector में भी पढ़ाने का अवसर मिलता है। अच्छे Private Schools आपकी योग्यता के अनुसार आपको काफी अच्छा Salary Package ऑफर करते हैं।
दोस्तों उम्मीद है की यह लेख “स्कूल टीचर कैसे बनें (School teacher kaise bane)” आपको Government School Teacher बनने के लिए प्रेरित करेगा और आपको इस लेख से School Teacher बनने की पूरी प्रक्रिया की पूरी जानकारी मिली होगी। यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर कीजिये।
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